हनुमानगढ़ किले के इतिहास के बारे में जानकारी – hanuman garh history in hindi

जब भारत के इतिहास की बात आती है तो उसमें हनुमानगढ़ जिले का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। हनुमानगढ़ जिला सिंधु घाटी की सभ्यता के बारे में जानकारी देता है। कहा जाता है कि हनुमानगढ़ (hanuman garh)  के किले में प्राचीन समय में नहरे, सड़क, और बड़े बड़े किले हुवा करते थे। इन किलो को राजपूत शासको के द्वारा बनाये गए है। हनुमानगढ़ जिले में प्राचीन समय के हवेलिया, संस्क्रति, इतिहास सौंदर्य की झलक देखने को मिलती है।यह जिला 12000 किलोमीटर की दुरी में फैला हुवा राजस्थान का प्रमुख जिला है। यह देश प्रेम एकता के लिए भी जाना जाता है।

प्राचीन समय में हनुमानगढ़ जिले को भटनेर रियासत के रूप में जाना जाता था। सन 2020 में 20 लाख से भी ज़्यादा की जनसंख्या देखने को मिलती है। इस जिले के लोगो के बारे में कहा जाता है कि यहां के लोग अपने देश की रक्षा के लिए हमेसा तेयार रहते है। राजपूत शासको ने अनेक मुगलकालीन शासको हराकर उन्हें अपना गुलाम बनाया था। इस पोस्ट में हम आपको हनुमान गढ़ जिले के इतिहास के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले है।

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हनुमानगढ़ जिले के प्राचीन इतिहास के बारे में जानकारी – hanuman garh ka itihas

इस शहर का इतिहास के बारे में अलग अलग कहानियां सुनाई जाती है। जब हमने यहां के लोगो से बात की तो हमें पता चला की , 1700 साल पहले दिल्ही के सुलतान और यहां के राजा भूपत दोनों के बीच लड़ाई हुवी। देल्ही के सुल्तान ने धोके से भूपत से हनुमानगढ़ को छीन लिया। इसके बाद भूपत यहां से निकलकर पहाड़ियों में अपना घर बनाया। कुछ महीनो के बाद भूपत ने घगर नदी के किनारे पर एक महल बनाने की योजना पर काम सुरु किया। भूपत ने अपनी रियासत के लोग से मदद लेकर इस किले का निर्माण करवाया और यह भटनेर के रूप में जाना जाने लगा।

कहते है कि 1804 के दिसम्बर महीने में सूरत सिंह ने मुगल शासक को हराकर वापस अपने कब्जे में ले लिया। सूरत सिंह राजपूत हनुमानजी भगवान् का बहूत बड़ा सेवक हुवा करता  था, इसलिए भटनेर को हनुमान गढ़ में बदल दिया गया। इसके बाद इसको देसी रियासतों के रूप में पहचान मिली और धीरे धीरे हनुमानगढ़ जिले के रूप में विकसित जिला बना।

हनुमान गढ़ शहर की संस्क्रति के बारे में कुछ जानकारी hanuman garh ka culture –

राजस्थान राज्य में सबसे ज़्यादा संस्क्रति का प्रभाव हनुमानगढ़ जिले का पड़ा है। यह पहला शहर है जिकी संस्क्रति और कला को पूरे राजस्थान में पसंद किया जाता है। यहां पर अधिकतर राजस्थानी भाषा का प्रयोग किया जाता है। यहां के हर व्यक्ति को राजस्थान की भाषा के बारे में जानकारी मिलेगी। हलाकि यहां पर कुछ लोग बांगड़ी भाषा भी बोलते है। बांगड़ी भाषा को राजस्थानी भाषा में ज़्यादा फर्क देखने को नहीं मिलता है। अगर राजस्थान में हिंदी भाषा बोलने वाले जिलों की सूचि देखे तो उसमें हनुमानगढ़ ज़िले का भी प्रमुख स्थान है।

राजस्थान के हनुमान गढ़ जिले में शिक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी – hanumangarh me education.

अगर राजस्थान में सबसे बढ़िया कॉलेजो के बारे में बात करे तो यहां की स्कूल और कॉलेज काफी उच्चै माना जाता है। यहाँ आपको बहूत ही काम रूपए में अच्छी एजुकेशन दी जाती है। हनुमानगढ़ में iit jee और net एग्जाम की भी तैयारियां करवाई जाती है। यहां आपको बहूत सारे कंप्यूटर इंस्टिट्यूट भी देखने को मिलते है जिनमे ,कंप्यूटर कोर्स, कैरियर कोर्स,सिलाई का कोर्स और रोजगार प्रदान करने वाला कोर्स करवाये जाते है। यहाँ के जिला अधिकारी समय समय भी स्कूलों का निरीक्षण करते रहते है और स्टूडेंट की समस्या का समाधान करते रहते है।

आप इतिहास के महान विद्वान संत केशवानंद को जानते होंगे। इस महान संत का जन्म हनुमानगढ़ जिले मे ही माना जाता है। यह पर 45 सरकारी कॉलेज है जहां पर विद्यार्थी अपनी पढाई करते है। राजस्थान में सबसे ज़्यादा सरकारी स्कूल हनुमानगढ़ में है । हनुमानगढ़ में 332 स्कूल है। अगर आपको कम रूपए में अच्छी एजुकेशन प्राप्त करनी है तो आपको हनुमागढ़ जिले के संस्थानों में प्रवेश लेना चाहिए।

हनुमानगढ़ जिले में व्यवसाय , कृषि यातायात और उद्योगों के बारे में जानकारी – hanuman garh history in hindi.

यहां के लोगो का मुख्य व्यवसाय खेती ही रहा है। जब भटनेर एक रियासत थी तब यह के लोग कृषि का कार्य करते थे। लेकिन अब धीरे धीरे लोग शिक्षित हो रहे है। या।अब कुछ लोग पारम्परिक कार्य को छोड़ कर आधुनिक उद्योग और बिज़नस की तरफ आकर्षित हो रहे है। यहां बुजर्ग लोग काफी संख्या में कपास का काम करते है क्योंकि यह उनका पुरखों का बिज़नस रहा है । इसलिए यहाँ उन कातने और कपास की खेती करने वालो की संख्या ज्यादा। यहाँ का सबसे अच्छा रेल यातायात रहा है। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के कारण यहां पर रेल मार्गो की काफी संख्या देखि जा सकती है। इसका अलावा बस आदि की सुविधा ममभी बहूत आसानी से उपलब्ध रहती है।

निस्कर्ष – राजस्थान में ( hanuman garh) हनुमान गढ़ जिले का काफी महत्व रहा है। हनुमानगढ़ जिले की संस्क्रति और कला को पूरे देह के लोग मानते है। इस पोस्ट में हमने हनुमान गढ़ के इतिहास के बारे में बात की है। अगर आपको हनुमान गढ़ जिले के बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी प्रप्त करनी है तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते है।

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